सतत बढ़ती स्मृति शिव
भविष्य तो यू ही नाश व त है
जैसे बन कर वर्तमान
हो जाता है भूतकाल
शिव प्रकाश जो उल्टा चलता है
न फैलता है
बन जाता है
जड़ स्मृति
सतत बढ़ती स्मृति
शिव
वर्तमान तो केवल साक्षी क्षण है क्या ?
या मूर्ति ?
शिवलिंग
निराकार
सत्य
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