विस्मृति का जंगल तो देखो
कितना बड़ा है
अरे हद नहीं है
हिटलर गया गांधी गए राम कृष्ण इसा सभी
विशालता है
लगता है पूरे भविष्य को हविष्य बना डालेगा ये
निद्रा में कहा ले जाता है !!
खयालो को खा जाता है
भूतकाल कि वृद्धि बस होती ही रहती है
चाहे कैसा भी कितना बड़ा भी हो भविष्य !!
खा ये जा रहा है
बढ़ता ही जा रहा है भुत काल !!
भू .......... त !!
कितना बड़ा है
अरे हद नहीं है
हिटलर गया गांधी गए राम कृष्ण इसा सभी
विशालता है
लगता है पूरे भविष्य को हविष्य बना डालेगा ये
निद्रा में कहा ले जाता है !!
खयालो को खा जाता है
भूतकाल कि वृद्धि बस होती ही रहती है
चाहे कैसा भी कितना बड़ा भी हो भविष्य !!
खा ये जा रहा है
बढ़ता ही जा रहा है भुत काल !!
भू .......... त !!
No comments:
Post a Comment